आई एम ए विलेज योजना के लिए क्या निर्णय हुए जिलाधिकारी की बैठक में

 


 जिलाधिकारी  सी रविशंकर की अध्यक्षत में राज्य सरकार की आई एम ए विलेज योजना की जिला नियोजन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि प्रत्येक माह आई एम ए विलेज की अपने विभाग की प्रगति रिपोर्ट मुख्य कृषि अधिकारी हरिद्वार को उपलव्ध करायी जाये।। मुख्य कृषि अधिकारी हरिद्वार नोडल अधिकारी आई एम ए विलेज सूचना को संकलित करे।जनपद हरिद्वार मे विकासखंड वहादरावाद न्याय पंचायत बहादरावाद चयनित गाँव पथरी कार्य योजना रू 288.58 लाख, विकासखंड लक्सर न्याय पंचायत वहादरपुर खादर चयनित गाँव बुक्कन पुर कार्ययोजना रू 234.93 लाख विकासखंड खानपुर न्याय पंचायत खानपुर चयनित गाँव तुंगलपुर कार्ययोजना रू 210.32 लाख विकासखंड भगवानपुर न्याय पंचायत खेडीशिकोहपुर चयनित गाँव खेडीशिकोहपुर कार्ययोजना रू 287.50 लाख विकासखंड रूडकी न्याय पंचायत इमली खेडा चयनित गाँव मेहवड खुर्द कार्ययोजना रू 110.70 लाख विकास खंड नारसन न्याय पंचायत मखदूमपुर चयनित गाँव मखदूमपुर कार्ययोजना रू 227.74 लाख कुल योग रू 1325.80 लाख हैं। चयनित गाँव की जो पूर्व में कार्य योजना तैयार की थी उसमे कृषि, उधान, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य, गन्ना आदि विभागो की पांच वर्षो की कार्ययोजना सम्मिलित थी।


जिलाधिकारी हरिद्वार ने निर्देश दिए कि पूर्व में तैयार की गई कार्ययोजना का गाँव की आम खुली बैठक में परीक्षण कर लें। यदि स्थानीय आवश्यकता के अनुसार कुछ कार्यक्रमों को शामिल करना चाहते है तो उन्हें इसमें जोड सकते हैं। प्रस्तावित कार्ययोजना को पूर्ण करने के लिए मनरेगा, खनिज न्यास निधि का उपयोग किया जा सकता है। आई एम ए विलेज को माडल विलेज बनाना है। आई एम ए विलेज के लिए रू 15 लाख प्रत्येक आई एम ए विलेज को राज्य सरकार रिवाल्विग फण्ड के लिए एक मुस्त उपलव्ध कराऐगी। जिला अधिकारी हरिद्वार ने निर्देश दिए कि इस योजना का संचालन पूर्ण पारदर्शिता के साथ किया जाएगा। दस सितम्बर तक गाँव स्तर पर बैठक कर  समिति का गठन एवं कार्ययोजना तैयार करनी है।


जनपद हरिद्वार मे नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत गंगा नदी के किनारे स्थित विकासखंड वहादरावाद, लक्सर एवं खानपुर में 500 क्लस्टर में 10000 है0 का चयन जैविक खेती के लिए करना है। जिला अधिकारी हरिद्वार महोदय ने निर्देश दिए कि बल्क मैसेज के माध्यम से जनप्रितिनिधियो एवं आम आदमी को योजना के सम्बन्ध में जानकारी दी जाए जिससे अधिक से अधिक कृषक योजना का लाभ प़ाप्त कर सके।


योजना के अन्तर्गत चयनित क्लस्टर में कृषको को जैविक खेती के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा जैविक कृषि निवेशो पर डी बी टी के माध्यम से अनुदान दिया जाएगा।